RTO officer kaise bane, इसकी योग्यताये, चयन प्रक्रिया, कार्य, उम्र सीमा, सैलरी आदि इसकी पूरी जानकारी |-

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हेलो दोस्तों आप का स्वागत है , आज हम बात करेंगे | RTO officer kaise bane (आरटीओ ऑफिसर कैसे बने), RTO Officer इसकी योग्यताये क्या है, RTO बनने की चयन प्रक्रिया क्या है, RTO के कार्य क्या होते है, RTO बनने की उम्र सीमा क्या होती है, RTO की सैलरी कितनी होती है आदि इसकी पूरी जानकारी आज हम जानेंगे | आजकल हर एक व्यक्ति अपने अच्छे करियर बनने की चाह रखता है | जिसके लिए वह खूब मेहनत करता है | अगर आप भी खूब मेहनत करते हो, और आपको भी अपने अच्छे करियर का निर्माण करना है, तो आप RTO officer (आरटीओ ऑफिसर) बन सकते हो, यह एक सरकारी और सम्मानजनक पद है | जिसकी अपनी प्रतिष्ठा है |

इस पद को पाना आसान नहीं है | इस पद को पाने के लिए आपको खूब मेहनत करनी होंगी | तब जाकर आप इस पद को प्राप्त कर सकते है | यह पद एक सरकारी पद होता है | यह पद आपका गाडी , मोटरगाड़ी से जुड़ा हुआ है | इसमें आपका कार्य वाहनों का पंजीकरण करना है, इसमें आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनाना होता है, वाहनों का Insurance करना होता है, वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र बनाना होता है | यानि कि RTO का कार्य वाहनों की पंजीकरण, लाइसेंस, फिटनेस प्रमाण पत्र आदि जारी करना होता है | यह पद बहुत ही अच्छा और बढ़िया और सम्मानजनक पद होता है | आइये अब हम इसके बारे में और जानते है | 

RTO officer kaise bane? (आरटीओ ऑफिसर कैसे बने)?

RTO full formRegional Transport Officer (क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) कहते है RTO officer (आरटीओ ऑफिसर) का पद बहुत ही बड़ा, अच्छा और सम्मानजनक पद होता है | यह officer RTO का अधिकारी होता है | इसका कार्य अपने शहर के सभी वाहनों, और ड्राइविंग लाइसेंस का पूरा डेटाबेस रखना है | और शहर के सभी वाहनों की फिटनेस की जानकारी रखना होता है | यह RTO ऑफिस एक सरकारी ऑफिस होता है | और यह ऑफिस सरकार के अंतर्गत ही आता है | इस ऑफिस यानि कि विभाग का जो अधिकारी होता है  RTO ऑफिस वो भी एक सरकारी अफसर होता है | और एक RTO ऑफिस का पद बहुत ही अच्छा और सम्मानजनक पद होता है, जिससे पाना आसान नहीं होता है |

RTO ऑफिस का कार्य अपने शहर के सभी वाहनों की जानकारी इक्कठी करना होता है, अपने शहर के सभी लोगो के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी इक्कठी करना होता है | इस विभाग का निर्माण वाहनों की सुरक्षा को देखते हुए करा गया था | RTO ऑफिस का के अपने शहर के सभी वाहनों के मुख्य दस्तावेज बनाना होता है | जैसे- वाहनों का पंजीकरण करना, वाहनों का बीमा करना, ड्राइविंग लाइसेंस बनाना, वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र बनाना, वाहनों का प्रदूषण का सर्टिफिकेट बनाना आदि कार्य RTO ऑफिस द्वारा ही किये जाते है | इसलिए सभी शहर में आपको RTO ऑफिस मिल जायेंगे | आइये अब हम बात करते है, RTO Officer को क्या कहते है | – Regional Transport Officer ( क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ) कहते है | 

Note :- अगर आप जाना चाहते है |

RTO Officer बनने की योग्यताये | –

RTO Officer बनने के लिए आप को बहुत मेहनत करनी होंगी, एक RTO ऑफिस बनने के लिए उमीदवार में कुछ योग्यताये होनी आवश्यक है, उन्ही योग्यताओं के आधार पर ही आप एक RTO ऑफिस बन सकते हो |  आइये अब हम उन योग्यताओं के बारे में बात करते है | 

  • सर्वप्रथम आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय से कक्षा 12 वी पास करनी होंगी | 
  • उसके बाद आपको किसी भी विषय से अपनी ग्रेजुएशन कम्पलीट करनी होंगी | वो भी कम से कम 50% अंको के साथ | 
  • या आपने कोई डिप्लोमा कोर्स किया हो, जैसे- ऑटोमोबाइल डिप्लोमा कोर्स आदि तो भी आप इस पद के पात्र है | 
  • RTO Officer बनने के लिए कुछ उम्र सीमा निर्धारित है, उसी उम्र सीमा के अनुसार आपको आप RTO ऑफिस बन सकते हो | वह उम्र सीमा कुछ इस प्रकार है | 
  • RTO Officer बनने के लिए आपकी उम्र कम से कम 21 वर्ष हो, और आपकी उम्र अधिक से अधिक 30 वर्ष हो | और OBC को इस उम्र सीमा में 3 वर्ष की छूट दी जाती है, और SC/ST की उम्र सीमा में 5 वर्ष की छूट प्रदान की गई है | 
  • उमीदवार के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना आवश्यक है | 

RTO Officer कैसे बने इसकी चयन प्रक्रिया क्या है | –

RTO Officer आप सीधे नहीं बन सकते, आपको पहले नीचे के पद से शुरुवात करनी होंगी | फिर धीरे-धीरे जाके आप RTO ऑफिस के पद तक पहुंचोगे | सबसे पहले आप को MVO (Motor Vehicle Inspector) या ARTO Officer बनना पड़ेंगा, उसके बाद आप का प्रमोशन होता जायेंगा | और फिर जाकर आप एक RTO ऑफिस बनोंगे | आपको इस पद तक पहुंचने में कुछ परीक्षा भी क्लियर करनी होंगी | उन परीक्षाओ को क्लियर करके ही आप RTO ऑफिस बन सकते हो | RTO ऑफिस बनने के लिए आपको 3 चरण क्लियर करने पड़ते है | आइये अब हम बात करते है | इसके चरणों की | 

1. Written Test ( लिखित परीक्षा ) –

इसमें परीक्षा ओब्जक्टीवे टाइप होती है, यह परीक्षा 200 अंक की होती है | इसमें परीक्षा का समय 2 घंटे होता है | इस परीक्षा में आपसे इतिहास, करंट अफेयर्स, बेसिक साइंस, हिंदी, जनरल अवेयरनेस, अंग्रेजी, राज्य की भाषा (तेलुग, मराठी), ऑटोमोबाइल, रीज़निंग, एप्टीट्यूड, भूगोल, आर्थिक और सामाजिक विकास, पर्यावरण और पारिस्थितकी आदि विषय के प्रश्न आपसे पूछे जाते है | 

2. Physical Fitness Test ( शारारिक परीक्षा ) –

जब आप अपनी लिखित परीक्षा को क्लियर कर लेते है, तब आपका यह शारारिक परीक्षा का पेपर होता है | इसमें आपके शरीर की जांच होती है | कि आपका शरीर एक दम स्वस्थ है या नहीं | आपका वेट कितना है, आपकी हाइट कितनी है, आपकी Eye Sight कैसी है | आदि आपके पुरे शरीर की जांच होती है | 

3. Interview ( साक्षात्कार ) –

जब आप शारारिक परीक्षा को क्लियर कर लेते है | तब आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है | जिसमे आपकी बुद्धि की जांच की जाती है, कि आपका दिमाग कितना तेज है | आदि सवाल आपसे इसमें पूछे जाते है, जिनका आपको सही-सही आंसर देना होता है | तब जाकर एक मेरिट लिस्ट जारी की जाती है | उस मेरिट लिस्ट में आपका नाम आने के बाद आपका सिलेक्शन होता है | 

RTO Officer की सैलरी कितनी होती है | –

RTO Officer की सैलरी आपके अनुभव के अनुसार बदलती रहती है | जितना ज्यादा आप का अनुभव होंगा | उतनी अधिक आपकी सैलरी होंगी | एक RTO ऑफिस का पद ग्रेड बी पद होता है | इस पद पर बैठकर आपको सैलरी 10-15 हज़ार से लेकर 50-60 हज़ार तक मिल सकती है | और ये सैलरी बाकि आपके अनुभव के अनुसार होती है | और कई राज्यों में इनकी सैलरी में अंतर भी आ सकता है | 

RTO Officer कैसे बने और इसकी तैयारी कैसे करे | –

RTO Officer बनने के लिए आपको इसकी परीक्षा की खूब जमकर तैयारी करनी होंगी | और RTO ऑफिस बनने के लिए आपको खूब मेहनत करनी होंगी | और खूब मन लगाकर पढ़ाई करनी होंगी | 

  • आप RTO Officer सीधे नहीं बन सकते है, पहले आप को MVI या ARTO पद के लिए अप्लाई करना होंगा | 
  • RTO Officer के पद की भर्ती के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा परीक्षा आयोजित की जाती है | और RTO ऑफिस बनने के लिए आपको ग्रेजुएट होना आवश्यक है | 
  • कई राज्य कुछ डिप्लोमा कोर्स वाले स्टूडेंट को भी इस परीक्षा के लिए पात्र बना लेते है | 
  • आपको प्रतिदिन नई-नई घटनाओं की जानकारी रखनी चाहिए, यानि की आपको करंट अफेयर्स का ज्ञान होना चाहिए | जिसके लिए आप अख़बार, पत्रिका या सोशल मीडिया का सहारा ले सकते है | 
  • इस परीक्षा में भाग लेने के लिए आपकी आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए, और अधिक से अधिक आपकी आयु 30 वर्ष होनी चाहिए | 
  • आपकी जिस विषय में पकड़ कमजोर है, उस विषय पर ज्यादा ध्यान दे | 3-4 वर्ष के पेपर ढूंढ दे, उसे देखकर आपको अंदाज़ा लग जायेंगा | कि पेपर कैसा आयेंगा | 
  • जब आप MVI और ARTO के पद पर पुरे मन से और खूब मेहनत से कार्य करते है | तो आपको प्रमोशन मिलता है | प्रमोशन से ही RTO ऑफिस बन सकते है | 
  • अच्छी-अच्छी और भरपूर ज्ञान वाली किताबो को पढ़ो, जिससे आपको वो किताबे पढ़ने में आसानी भी हो | और यह आपके लिए अच्छा भी हो | 
  • RTO Officer का कार्य अपने शहर के सभी वाहनों की जानकारी रखना , उनका पंजीकरण करना, उनका Insurance करना, अपने शहर के लोगो का ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना आदि कार्य RTO ऑफिस द्वारा किये जाते है | 

RTO OFFICER के क्या-क्या कार्य है | –

एक RTO Officer का पद बहुत ही बड़ा, अच्छा और सम्मानजनक पद होता है | इस पद को पाना आसान काम नहीं होता है | एक RTO ऑफिस के बहुत सारे दायित्व होते है | जिनके बारे में आपको अभी बताता हूँ | आइये अब हम जानते है, कि एक RTO ऑफिस को क्या-क्या कार्य करने पड़ते है | 

  1. एक RTO ऑफिस का कार्य सभी नए वाहनों का पंजीकरण करना होता है | और सभी कमर्शियल गाड़ियों का परमिट जारी करना है | 
  2. RTO Officer के द्वारा ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाता है, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए उमीदवार को कुछ टेस्ट देने आवश्यक होते है | 
  3. RTO ऑफिस ही ड्राइविंग लाइसेंस को Renew करता है | 
  4. अपने शहर की सभी गाड़ियों का रिकॉर्ड रखना, और Motor Vehicle Tax वसूल करना भी इनका ही कार्य है 
  5. गाड़ियों की फिटनेस की जांच करना, कि ये सड़क पर चलने लायक फिट है अथवा नहीं | 
  6. गाड़ियों का बीमा करना, और कोई एक्सीडेंट होने पर देखना | कि वाहन कितना डैमेज हुआ है | 
  7. RTO ऑफिस का कार्य यह ही है, कि परिवहन के सभी नियमो का सही से पालन किया जाएँ | 
  8. जब कोई व्यक्ति नया वाहन लेता है, तो उस व्यक्ति को अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन करना और नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य होता है | वरना यह कानून अपराध होता है | यह काम भी RTO ऑफिस द्वारा ही होता है | 
  9. RTO Officer द्वारा गाड़ियों का प्रदूषण भी चेक किया जाता, जो गाडी ज्यादा पुरानी हो जाती है | और बहुत ज्यादा धुआँ फेकने लगती है | उन गाड़ियों का RTO ऑफिस द्वारा लाइसेंस रद करा दिया जाता है | 
  10. RTO Officer यह सभी कार्य अपने से जूनियर लोगो के साथ मिलकर करता है | लेकिन लाइसेंस और सर्टिफिकेट पर जब तक RTO ऑफिस के हस्ताक्षर नहीं होते, तब तक वह कोई मान्य नहीं है |  

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