अलंकार किसे कहते है कितने प्रकार के होते है?

अलंकार की परिभाषा (Alankar Ki Paribhasha) अलंकार वह शब्द होते है, जो काव्य व रचना की शोभा को बढ़ाते है |

अलंकार किसे कहते है कितने प्रकार के होते है?

जिस प्रकार एक स्त्री की शोभा उसके आभूषण होते है, उसी प्रकार काव्य की शोभा बढ़ाने वाले शब्दोंको काव्य का आभूषण यानि कि अलंकार  कहते है |

अलंकार के कितने प्रकार होते है?  

अलंकार 3 प्रकार के होते है | 1. शब्दालंकार, 2. अर्थालंकार, 3. उभयलाकर

अलंकार का उदाहरण क्या है?

उत्तर- अलंकार का उदाहरण "रहिमन पानी रखिए, बिन पानी सब सून | पानी गये न उबरे, मोती मानुष चून | |

यमक अलंकार का उदाहरण क्या है?

यमक अलंकार का उदाहरण निम्न है | कनक-कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय | या खाए बौराय जग, वा पाए बौराय |

जय हनुमान ज्ञान गुण सागर में कौन-सा अलंकार है?

जय हनुमान ज्ञान गुण सागर | जय कपीस तिहु लोक उजागर" | में अन्त्यानुप्रास अलंकार है | 

रूपक अलंकार का उदहारण कौन-सा है?

रूपक अलंकार का उदाहरण- पायों जी मैंने राम रतन धन पायो |