हेलो दोस्तों आपका स्वागत है, आज हम आपको गणित क्या है (Ganit Kya Hai) और गणित का अर्थ क्या है और उसकी परिभाषा क्या है के बारें में बताऊँगा | गणित एक बहुत ही रोचक (Interesting) विषय है, लेकिन इसे ज्यादातर बच्चों द्वारा नापसंद किया जाता है | लेकिन अगर आपने इस विषय में अपनी रूचि बना ली, तो इस विषय से बढ़िया कोई विषय नहीं है | क्युकी गणित एक ऐसा विषय है, जो आपको सभी क्षेत्रों में बहुत काम आता है |
आप किसी भी क्षेत्र में Job के लिए चले जाओं आपको सभी क्षेत्र में गणित की आवश्यकता होंगी | गणित एक विषय नहीं भाषा की तरह है, जैसे कही भी रहने के लिए भाषा जितनी आवश्यक है, उतना ही हमारे दैनिक जीवन में गणित उपयोगी है | गणित क्या है (Ganit Kya Hai) यह तो आप समझ गए होंगे अब में आपको गणित का दैनिक जीवन में उपयोग आप कभी भी बाजार चले जाओं, तो सामान खरदीते समय आपको हिसाब लगाना होता है और दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो गणित से दूर हो | सभी व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में गणित की आवश्यकता होती ही है |
गणित का अर्थ और परिभाषा क्या है?
Ganit ka Arth या Ganit kise Kahate hain की बात की जाएँ, तो गणित अंकों के एक खेल की तरह है | जो देखने में काफी मुश्किल लगता है, लेकिन अगर आप इस खेल में माहिर हो गए | तो इसमें आप अपना बहुत अच्छा Career बना सकते है | गणित विषय में अंको की गणनाओ का यह खेल हमारे दैनिक जीवन में हर जगह है | कोई व्यक्ति कहीं कार्य करता है, तो वह अंदाज़ा लगाता है | कि उसे कितनी Salary मिलेंगी उसका कितना खर्चा होंगा और वह कितने रुपये बचा सकता है वह व्यक्ति इसका अंको की गणना करके यह हिसाब लगाता है |
इसी प्रकार एक बच्चा गर्मी की छुट्टी से पहले हिसाब लगाता है, कि वह नानी के कब जायेंगा कितने दिन के लिए जायेंगे और Holiday Homework वह कब और कितने दिन में पूरा करेंगा | इन सभी बातों का हिसाब गणित के अंकों के माध्यम से किया जाता है और यह छोटे बच्चे से लेकर बड़े व्यक्ति सभी के जीवन का बहुत अहम हिस्सा होता है |
गणित का अर्थ और परिभाषा क्या है? (Ganit ka Arth Or Ganit Ki Paribhasha)- की बात की जाएँ, तो गणित एक ऐसी विद्याओं का समूह होता है, जिसमे अंकों, मात्राओं और परिणामों और उनके बीच के संबंध और गुणों का अध्यन किया जाता है |
Note :- अगर आप जाना चाहते है |
- गणित के सूत्र आसानी से याद करके?
- Vaidik Ganit Ke Sutra- वैदिक गणित के 16 सूत्र, जनक कौन है?
- बीजगणित के सूत्र कैसे याद करें?
- गणित में कमजोर छात्र क्या करें? (Math me topper kaise bane)?
- भाग (Divide) कैसे करते है?
गणित कितने प्रकार की होती है? (Ganit Kitne Prakar Ki Hoti Hai /Types of Math)?
Ganit Kya hai और Ganit ki Paribhasha क्या है | इसके बारें में आप अच्छे से जान चुके है | अब हम गणित के प्रकारों को जानेंगे |गणित को 3 प्रकारों में बाटा गया है |
- अंकगणित (Arithmetic/Ankganit)
- बीजगणित (Algebra/Bijganit)
- रेखागणित (Geometry/Rekhaganit)
1. अंकगणित (Arithmetic/Ankganit)-
अंकगणित आप नाम से ही समझ गए होंगे, कि अंको का गणित यानि की इसमें सिर्फ अंको का प्रयोग किया जाता है और अंको की सहायता से ही किसी भी सवाल को हल किया जाता है |
2. बीजगणित (Algebra/Bijganit)-
बीजगणित में अक्षरों (A,B,C,…) और अंको दोनों का प्रयोग किया जाता है | इसमें किसी अक्षर के मान से दूसरे अक्षर की राशि कुछ शर्तो की सहायता से ज्ञात की जाती है | जैसे X का मान 4 है, तो Y का मान क्या होंगा इस सवाल को हल करने के लिए आपको कुछ शर्त दी जाती है | जिनकी सहायता से आप इन सवालों को आसानी से हल कर सकते है |
3. रेखागणित (Geometry/Rekhaganit)-
रेखागणित में रेखाओं और अंको दोनों का प्रयोग किया जाता है, इसमें किसी चित्र के माध्यम से सवाल को हल किया जाता है | जैसे कोई चित्र है, उसमे आपको कुछ रेखाओं का मान दे दिया जाता है | जिसकी सहायता से आपको सवाल को हल करना होता है | रेखागणित का कार्य भूमि सम्बन्धी दुरी निकालने के लिए किया जाता है |
गणित का जनक कौन है और गणित की खोज किसने की और कब (Who Is The Father Of Mathematics)?
गणित के जनक (Father of Mathematics) की बात की जाएँ, तो आर्किमिडीज़ को गणित के जनक के रूप में जाना जाता है लेकिन सबसे पहले सैद्धांतिक गणितज्ञ के रूप में मिलेटस निवासी थेल्स को माना जाता है | यानि की आर्किमिडीज़ को गणित का जनक और थेल्स को सबसे पहले सैद्धांतिक गणितज्ञ के रूप में माना जाता है | और गणित की खोज की बात की जाए, तो गणित की खोज इतिहास के अनुसार 4000 वर्ष पहले हुई थी |
भारत में गणित किसने बनाया? (Who Is The Father Of Mathematics In India)-
भारत में गणित किसने बनाया यानि की भारत में गणित के जनक के रूप में किसे जाना जाता है (Father of Mathematics in India) भारत में गणित के जनक के रूप में आर्यभट को जाना जाता है | आर्यभट को भारत के सबसे पहले गणितज्ञ के रूप में जाना जाता है | आर्यभट द्वारा पुरे विश्व में सबसे पहले यह पता लगाया था, कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है और शून्य यानि कि ‘0’ की खोज भी आर्यभट द्वारा की गयी थी |
FAQs-
1. गणित का जनक कौन है (Who Is The Father Of Mathematics)?
उत्तर- गणित का जनक वैसे आर्किमिडीज़ को माना जाता है, लेकिन सबसे पहले सैद्धांतिक गणितज्ञ के रूप में मिलेटस निवासी थेल्स को माना जाता है |
2. भारत ने गणित के जनक के रूप में किसे जाना जाता है (Who Is The Father Of Mathematics In India)?
उत्तर- भारत में गणित के जनक के रूप में आर्यभट को जाना जाता है, इन्होने ही सबसे पहले ‘0’ यानि की शून्य की खोज की थी |
3. गणित के 4 प्रकार कौन से है (Ganit Kitne Prakar Ki Hoti Hai)?
उत्तर- गणित 4 प्रकार की होती है |- 1. बीजगणित, 2. संख्या सिद्धांत, 3. ज्यामिति और 4. अंकगणित
4. गणित में भारत का सबसे बड़ा योग्यदान क्या है?
उत्तर- गणित में भारत के सबसे बड़े योग्यदान में श्रीनिवास रामानुजन के योग्यदान को सबसे बड़ा योग्यदान माना जाता है | इन्होने 1729 एक ऐसी सबसे छोटी संख्या की खोज की, जिसे 2 अलग-अलग तरीकों से दो घनो के योग के रूप में लिखा जा सकता है |
5. विश्व के सबसे बड़े आधुनिक युग के गणितज्ञ कौन है?
उत्तर- आधुनिक युग के विश्व के सबसे बड़े गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन है |